गणेश मंत्र हिंदी अर्थ सहित – नमस्कार गणपती भक्तों आज हम इस लेख के माध्यम से आपको श्री गणेश जी के चमत्कारी मंत्र के बारे में जानकारी प्रदान करेंगे इस लेख में हम शक्तिशाली श्री गणेश मंत्र के सभी रूपों के बारे में विस्तार से ज्ञान प्राप्त करेंगे एवं सभी गणेश मंत्र को अर्थ सहित समझेंगे
गणेश मंत्र हिंदी अर्थ सहित
गजाननाय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि, तन्नो दंती प्रचोदयात्।।
श्री वक्रतुण्ड महाकाय सूर्य कोटी समप्रभा निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्व-कार्येशु सर्वदा॥
- गणेश मंत्र हिंदी अर्थ- अगर आप पूर्व दिशा की ओर मुख करके इस मंत्र का जब 7 से 21 बार करते हैं तो आपको इस मंत्र के फल की प्राप्ति होती है गणपति भगवान का यह बहुत ही चमत्कारी मंत्र है जिसके माध्यम से हर मनोकामना पूर्ण होती है
॥ ॐ गं गणपतये सर्व कार्य सिद्धि कुरु कुरु स्वाहा ॥
- गणेश मंत्र हिंदी अर्थ- यह मंत्र गणपति भगवान का बहुत ही सरल एवं चमत्कारी मंत्र हैं इसका जाप करने से गणपति भगवान की कृपा सदा आप पर बनी रहती है और आपके कभी धन की कमी नहीं आती है और इस मंत्र का जाप करने से सभी कार्य सिद्ध होते हैं अगर आप किसी भी नवीन कार्यों को शुरू करने जा रहे हैं तो इस मंत्र का जब जरुर करना चाहिए इस मंत्र से सभी कार्य सिद्ध हो जाते हैं
महाकर्णाय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि, तन्नो दंती प्रचोदयात्।।
गजाननाय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि, तन्नो दंती प्रचोदयात्।।
- गणेश मंत्र हिंदी अर्थ- इस मंत्र का जब माल के द्वारा किया जाता है प्रधान इस मंत्र का जाप करते समय आपके हाथ में माला होनी चाहिए माला के साथ इस मंत्र का जाप करने से गणपति भगवान की कृपा जल्दी प्राप्त होती है और आपकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है इस मंत्र के जब से आपके ऊपर आने वाले सभी संकट दूर होते हैं और आप गरीबी से बाहर निकलते हैं
॥ ॐ एकदन्ताय विहे वक्रतुण्डाय धीमहि तन्नो दन्तिः प्रचोदयात् ॥
- गणेश मंत्र हिंदी अर्थ- इस मंत्र का जाप करने से भगवान अपने भक्त की हर इच्छा की पूर्ति करते हैं एवं यह मंत्र गणपति भगवान का विशेष मंत्र है जिसके उच्चारण से हर प्रकार के दुख दर्द एवं पीड़ा का नाश होता है इस मंत्र के निरंतर जब से दरिद्रता भी दूर होती है
‘ॐ ऐं ह्वीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे’
- गणेश मंत्र हिंदी अर्थ- गणपति भगवान के इस मंत्र के माध्यम से बुद्धि दोष के दूर किया जा सकता है एवं इस मंत्र का जाप करने से भूत ग्रह का प्रभाव किसी भी व्यक्ति पर नहीं पड़ता है और गणपति भगवान की कृपा सदा उसे व्यक्ति पर बनी रहती है
‘ॐ नमो गणपतये कुबेर येकद्रिको फट् स्वाहा।’
- गणेश मंत्र हिंदी अर्थ- गणपति भगवान के इस मंत्र का जाप करने से धन से संबंधित समस्या नहीं आती है और इस मंत्र का जाप करने वाला व्यक्ति कभी दरिद्र नहीं होता है यह मंत्र विशेष कर तन का मंत्र है जो मंत्र कुबेर को समर्पित किया गया है
ॐ ग्लौम गौरी पुत्र, वक्रतुंड, गणपति गुरु गणेश।
ग्लौम गणपति, ऋद्धि पति, सिद्धि पति. करो दूर क्लेश ।।
- गणेश मंत्र हिंदी अर्थ- श्री गणेश के इस मंत्र का जाप करने से सभी दुख दर्द पीड़ा नष्ट हो जाती है और वह खुशियों में बदल जाती हैं इसलिए सभी को श्री गणेश के इस मंत्र का जाप करना चाहिए
‘इदं दुर्वादलं ऊं गं गणपतये नमः’
- गणेश मंत्र हिंदी अर्थ- इस मंत्र का जा गणपति को दूर्वा चढ़ाते समय किया जाते हैं दूर्वा श्री गणेश का अति प्रिय है इसलिए दूर्वा चढ़ाते समय इस मंत्र का जाप करने से श्री गणेश बहुत ही प्रसन्न होते हैं और अपने भक्तों की हर मनोकामना को पूर्ण करते हैं इसलिए आपको दुआ चढ़ाते समय श्री गणेश के इस मंत्र का जाप करना चाहिए
‘ॐ वक्रतुण्डैक दंष्ट्राय क्लीं ह्रीं श्रीं गं गणपते वर वरद सर्वजनं मे वशमानय स्वाहा’
- गणेश मंत्र हिंदी अर्थ- इस मंत्र को विवाह के लिए सहयोगी मंत्र माना जाता है अगर कोई व्यक्ति के विवाह में कोई समस्या या अड़चन आ गई है तो वह इस मंत्र का जाप कर सकता है अगर आपके विवाह में देरी हो रही है तो आप इस मंत्र का जाप कर सकते हैं इस मंत्र के माध्यम से गणपति बहुत जल्दी कृपा करते हैं और आप पर अपनी कृपा दृष्टि करते हैं
ॐ श्रीं गं सौभ्याय गणपतये वर वरद सर्वजनं में वशमानय स्वाहा।
- गणेश मंत्र हिंदी अर्थ- इस मंत्र का जब नौकरी एवं व्यवसाय के लिए किया जाता है अगर आपकी नौकरी एवं व्यवसाय में किसी प्रकार की समस्या आ रही है तो गणपति भगवान के इस मंत्र का जाप करें जिससे आपकी समस्या शीघ्र दूर हो जाएगी और आपको श्री गणेश जी का आशीर्वाद प्राप्त होगा
ऊं ह्रीं ग्रीं ह्रीं
- गणेश मंत्र हिंदी अर्थ- यह मंत्र सिर्फ चार अक्षर का है लेकिन यह बहुत चमत्कारी मंत्र हैं इस मंत्र का 108 बार जब करने से हर मनोकामना पूर्ण होती है और आपके घर में सुख समृद्धि आती है इस मंत्र का जाप करने से आपको कभी कल की समस्या नहीं होती है और श्री गणेश जी की कृपा सदा आप पर बनी रहती है
21 शक्तिशाली गणेश मंत्र- ganesh mantra sanskrit
- वक्रतुण्ड महाकाय सुर्यकोटि समप्रभ निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा .
- ॐ एकदन्ताय विद्धमहे वक्रतुण्डाय धीमहि तन्नो दन्ति प्रचोदयात् .
- ॐ लम्बोदराय नमः .
- ऊँ गं गणपतये नम: .
- ऊँ श्री गणेशाय नम:
- ॐ श्रीं गं सौभ्याय गणपतये वर वरद सर्वजनं में वशमानय स्वाहा।
- ऊँ नमो भगवते गजाननाय . ऊँ वक्रतुण्डाय हुम् .
- ॐ ग्लौम गौरी पुत्र, वक्रतुंड, गणपति गुरु गणेश।
ग्लौम गणपति, ऋद्धि पति, सिद्धि पति. करो दूर क्लेश ।। - ॐ नमो सिद्धि विनायकाय सर्व कार्य कर्त्रे सर्व विघ्न प्रशमनाय सर्व राज्य वश्यकरणाय सर्वजन सर्वस्त्री पुरुष आकर्षणाय श्रीं ॐ स्वाहा ॥
- ‘इदं दुर्वादलं ऊं गं गणपतये नमः’
- ऊँ हीं श्रीं क्लीं गौं ग: श्रीन्महागणधिपतये नम:। ऊँ ।
- ॥ ॐ गं गणपतये सर्व कार्य सिद्धि कुरु कुरु स्वाहा ॥
- हीं श्रीं क्लीं गौं वरमूर्र्तये नम: । ऊँ गं गणपतये नम:।
- हीं श्रीं क्लीं नमो भगवते गजाननाय ।
- ऊँ वक्रतुण्डाय हुम् ।
- ॐ विघ्ननाशाय नमः .
- ॐ सुमुखाय नमः
- ॐ गजकर्णकाय नमः
- ॐ विनायकाय नमः
- ॐ गणेश ऋणं छिन्धि वरेण्यं हुं नमः फट्॥
- ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं ग्लौं गं गणपतये वर वरद सर्वजनं मे वशमानय स्वाहा॥ एकदन्ताय विद्महे । वक्रतुण्डाय धीमहि । तन्नो दन्ती प्रचोदयात् ॥ ॐ शान्तिः शान्तिः शान्तिः ॥