शनि मंत्र जाप विधि- शनि मंत्र का अर्थ 2024 – शनि मंत्र का जाप कब करना चाहिए

जय शनि देव शनि भक्तों – आज हम इस लेख के माध्यम से शनि भक्तों द्वारा पूछे गए कुछ सवालों के जवाब प्रदान करेंगे जिनमें से शनि मंत्र जाप विधि एवं आपको शनि मंत्र का जाप कब करना चाहिए

इसके साथ ही हम इस लेख के माध्यम से शनि मत्रों का अर्थ भी बताएंगे अगर आप अपने जीवन में शनि देव की भक्ति आराधना करते हैं एवं शनि देव के मंत्र का जाप करते हैं तो आपके ऊपर शनि देव की हमेशा कृपा बनी रहेगी और कभी भी शनि देव की साडेसाती का प्रभाव आपके ऊपर नहीं पड़ेगा

शनि मंत्र जाप विधि

अगर आप शनि भगवान की नियम संयम से पूजा करते हैं तो आपको अपने जीवन में कभी धन की कमी नहीं होगी शनि भगवान अपने भक्तों के ऊपर बहुत जल्दी दया करते हैं और उन्हें अपनी कृपा का पात्र बनाते हैं

अगर आप शनि देव के मंत्र जाप विधि से करते हैं तो शनि देव की कृपा आप बहुत जल्द ही प्राप्त कर सकते हैं शनि देव के मंत्र का जाप करने के साथ-साथ आपको शनि मंत्र का अर्थ भी पता होना चाहिए शनि मंत्र का जाप करने का भी निर्धारित समय होता है तो इस लेख के माध्यम से हम आपको जानकारी देंगे की शनि मंत्र का जाप कब करना चाहिए एवं क्या इसमें नियम का पालन करना चाहिए

शनि मंत्र का जाप कब करना चाहिए

अगर आप शनिवार के दिन सुबह के समय शनि मंत्र का जाप करते हैं तो आपको यह समय सबसे सबसे अच्छा माना जाता है प्रातः काल शनि देव के मंत्र का जाप करने से शनि देव प्रसन्न होते हैं एवं शनि देव की कृपा आप को प्राप्त होती है आपको शनिवार के दिन जल्दी उठकर स्नान करना चाहिए उसके बाद शनि मंदिर में जाकर नियम संयम से शनि मंत्र का जाप करना चाहिए शनि मंत्र का जाप करने का समय शनिवार सुबह 6:00 बजे का समय सबसे अच्छा समय माना जाता है

शनि मंत्र का जाप कब करना चाहिए

अगर आप सुबह के समय शनि मंत्र का जाप करते हैं तो यह बहुत ही लाभकारी साबित होगा शनिवार के दिन सुबह शनि देव की भक्ति आराधना एवं मंत्र जाप करने से किसी भी व्यक्ति की गरीबी एवं दुख दर्द नष्ट हो जाता है और शनिवार के दिन शनि देव की भक्ति आराधना करने से शनि देव की कृपा सदा आप पर बनी रहती है

शनि मंत्र जाप विधि

शनिवार के दिन प्रात काल समय में अपने घर पर शनि देव की मूर्ति या फिर चित्र स्थापित करने के बाद आप उसकी विधि विधान के साथ पूजा करें एवं शनिदेव को तेल अर्पित करना चाहिए एवं इसके बाद शनि देव को भोग लगाना चाहिए इसके बाद आप शनिदेव की चित्र या प्रतिमा के सामने बैठकर शनि मंत्र जाप विधि के साथ कर सकते हैं

 यह 14 शनि मंत्र  

शनि मंत्र जाप करने के लिए आपको केवल इन्हीं नियमों का ध्यान रखना आवश्यक है शनि देव के मंत्र जाप करने से हमारे दुख दर्द नष्ट होते हैं और हमारे जीवन में हमें खुशहाली देखने को मिलती है इसके साथ ही हमें शनि देव की कृपा भी प्राप्त होती है

शनि मंत्र का अर्थ

ॐ शं शनैश्चराय नमः॥  यह शनि देव का बहुत ही चमत्कारी मंत्र है इस शनि मंत्र का जाप करने से शनि देव बहुत जल्दी प्रसन्न होते हैं और इस मंत्र के द्वारा आपकी सभी मनोकामना पूर्ण होती है इस मंत्र का अर्थ  सभी को अपने कर्मों का फल शनि देव प्रदान करते हैं अर्थात हे शनि देव आपसे हमारा विनम्र निवेदन है कि आप हमारे  कु कर्मों को नष्ट करके हमें  शुभ फल प्रदान करें एवं हमारे जीवन से दुखों का निवारण करें

शनि मंत्र का अर्थ

इस मंत्र का जाप करने से आपके द्वारा किए गए कुकर्म नष्ट होते हैं और आपको आपके शुभ कर्मों का फल मिलता है

FAQ – शनि मंत्र जाप विधि- शनि मंत्र का अर्थ – शनि मंत्र का जाप कब करना चाहिए से संबंधित प्रश्न

Q. शनि देव को प्रसन्न करने का मंत्र क्या है?
  • शनि देव को प्रसन्न करने का  ॐ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः। सबसे चमत्कारी मंत्र है
Q. शनि मंत्र पढ़ने से क्या होता है?
  •  शनि मंत्र पढ़ने से हमारे ऊपर शनि महाराज की कृपा होती है और हमें कभी शनि साडेसाती का प्रभाव नहीं पड़ता है और इसके साथ ही मंत्र पढ़ने से हमें दुख एवं दरिद्रता हमारे से दूर रहती है
Q. क्या हम हर रोज शनि मंत्र का जाप कर सकते हैं?
  • ऐसा माना जाता है कि शनिवार के दिन शनि देव की पूजा आराधना एवं मंत्र जाप करने से हमारे कष्ट का निवारण बहुत जल्दी होता है अगर आप सच्चे सनी भक्त हैं तो आप रोजाना भी शनि मंत्र का  जाप कर सकते हैं इससे आपको शनि भगवान की असीम कृपा प्राप्त होगी

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